पहले मेरे पहलू में गिरफ्तार हुआ है
Photography - ELF Photography
पहले मेरे पहलू में गिरफ्तार हुआ है,
हैरत नही फिर क्यों वो वफादार हुआ है.
उस चेहरे पे आँखों से खिला देता हूँ मै फूल.
वो चेहरा मुझे देख के गुलज़ार हुआ है.
पहचान नहीं पता हूँ मै अपनी ही सूरत,
आइना भी उसका ही तरफदार हुआ है.
जन्नत की निगाहें मेरा मुह चूम रही हैं,
अपना मुझे उस हुस्न में दीदार हुआ है.
होश उड़ गए आगोश-ए-मोहब्बत में हमारे,
इस तरह इलाजे दिल-ए-बीमार हुआ है.
आँखों से इशारों से वफाओं से जफा से,
वो क़त्ल मुझे करने को तैयार हुआ है.
जो नींद का था वक़्त उसे भूल गया वो,
सूरज उतर आया जो वो बेदार हुआ है.
तुगयानिये दरिया-ए-मोहब्बत थी बहुत तेज़,
इससे तो वही सिर्फ वही पार हुआ है.
सब छोड़ के वो आ गया दुनिया में हमारी,
ये हुस्न-ए -मोहब्बत का चमत्कार हुआ है।
नश्तर वो लगता है 'सुहैल' ऐसी अदा से,
जो ज़ख्म है वो उसका तलबगार हुआ है.
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Tamashe teri mehfil men bahot aye yaar dekhe hain
Hazaron dilnashin fitne yahah bedaar dekhe hain
Tere saudai har andaaz men bilkul anokhe hai
kayi behosh dekhe hain kayi hoshiaar dekhe hain
wo wade jo wafa hote hain unka ye hai afsana
wahi humne tamanna ke kahin uspaar dekhe hain
meri ankhon men rangat sholaye dil ki numayan hai
meri ankhon ne tere aatashin rukhsaar dekhe hain
nazar kaise ab uljhegi farebe husne aalam men
nazar ne tere jalwe aye mere dildaar dekhe hain
bahare lamakan aayi hamare khanae dil men
Gulon se bhi hasintar is chaman men khaar dekhe hain
ab us ke paas khuch baaqi nahin hai juz wafadaari
Suhail usne hamaare hausle sau baar dekhe hain
Selectively & permissively shared from Suhail Bhai
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